रास्ता मुश्किल है आसान नहीं है रुक जाना भी तो समाधान नही है। दर्द थकान पसीना पैरों में जलन किसी भी शै से वो परेशान नही है। दोराहो चौराहों के असमंजस भी है पर चलने वाला भी अंजान नही है। राह से भटकाने वाले भी बहुत है इन बातों से भी वो हैरान नही है। धूल है धूप है मिट्टी के गुबार भी है राही किसी बात से पशेमान नही है। कंकरों कांटो से भरी पथरीली राह वो जानता है मंजिल आसान नही है