Skip to main content

Posts

Showing posts from December, 2018

गजल

रास्ता मुश्किल है आसान नहीं है रुक जाना भी तो समाधान नही है। दर्द थकान पसीना पैरों में जलन किसी भी शै से वो परेशान नही है। दोराहो चौराहों के असमंजस भी है पर चलने वाला भी अंजान नही है। राह से भटकाने वाले भी बहुत है इन बातों से भी वो हैरान नही है। धूल है धूप है मिट्टी के गुबार भी है राही किसी बात से पशेमान नही है। कंकरों कांटो से भरी पथरीली राह वो जानता है मंजिल आसान नही है