खंड खंड में बटा होता भारत बिखरा बिखरा सा होता भारत। अगर सरदार न होते। हैदराबाद, जूनागढ अलग होते पासपोर्ट लेकर जाना पड़ता। अगर सरदार न होते। एक देश,एक विधान,सँविधान कभी न देश को मिल सकते थे। अगर सरदार न होते। आपस मे सब प्रांत लड़ रहे होते अविकसित से हम पिछड़ रहे होते। अगर सरदार न होते। कश्मीर भी पूरा पड़ोसी के पास होता पूर्वोत्तर भी चीन में मिल गया होता। अगर सरदार न होते। नक्शा भारत का बदला बदला होता भारत मां का आँचल बिखरा हुआ होता। अगर सरदार न होते।