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Showing posts from August, 2020

सुसंगतता(लघुकथा)

हँसी ठहाको के साथ भोजन का आनंद लेता हुआ पूरा वर्मा परिवार डायनिंग टेबल पर बैठा था।  तभी वत्सल ने अपने पिता की ओर मुखातिब होकर कहा! बाबूजी प्रीती की पढ़ाई भी अब बस खत्म होने वाली है और निहारिका की ताईजी ने प्रीति के लिए एक रिश्ता सुझाया है।  हाँ!बाबूजी लड़का बहुत अच्छा और वेल सैटल्ड है निहारिका ने पानी का जग रखते हुए कहा।  आप कहे तो जन्मपत्री मंगवा ले मिलाने के लिए।  देखो बेटा निहारिका की ताईजी ने रिश्ता बताया है तो अच्छा ही होगा।  परन्तु? परन्तु क्या बाबूजी कहिये न आप जो फैसला लेंगे हम वैसा ही करेंगे।  शिवचरण वर्मा गंभीर मुद्रा में बोले। मै चाहता हूँ कि शादी से पहले लड़का और लड़की का कम्पेटिबिल्टी टेस्ट यानी जेनेटिक काउंसलिंग और कम्पलीट ब्लड प्रोफ़ाइल टेस्ट करवाया जाए।  वत्सल को बाबूजी की आँखों मे अपनी बहन विणा का दर्द साफ नजर आ रहा था।                           
ख्वाहिशें खरपतवार सी उगती है दिल के चुभोने को नश्तर बहुत है।  सादगी से जीना सीख लो दोस्तो वरना अस्पतालों में बिस्तर बहुत है।  भीतर से खोखला खंडहर मकान बाहर दिखावटी पलस्तर बहुत है।  असल चेहरा तो दिखना मुश्किल चेहरे पर चढ़े हुए असतर बहुत है। 
झुकी कमर दबी जुबा मजबूरी वाले लोग चमचागिरी चाकरी जी हुजूरी वाले लोग।  टुकड़ो पर जीते झूठन खाते सलाम बजाते इनसे लाख बेहतर है मजदूरी वाले लोग। 

कागज की खातिर।

चोरी जारी मारामारी सब कागज की खातिर खून पसीना जानमारी सब कागज की खातिर।  प्यार प्रेम खो गए सब मे छल का भाव भरा दोस्ती यारी रिश्तेदारी सब कागज की खातिर।  खेत खलिहान ऑफिस दुकान लगे हुए है सारे दुनिया की दौड़ है जारी सब कागज की खातिर।  बाबू को हिस्सा मिल जाये और साहब को मान चपरासी की जिम्मेदारी सब कागज की खातिर।  शपथ लेकर सँविधान की पदासीन जो होते है नेता बनते भृष्टाचारी सब कागज की खातिर।  कारागार कम पड़ रहे कैदी बढ़ते बढ़ते जाये वकीलों की हिस्सेदारी सब कागज की खातिर।  लट्ठ की ताकत रौब मूछ का डर का कारोबार सारे गुंडो की रंगदारी सब कागज की खातिर।  बेबस आँखे तरस रही कोई तो बचाने आये चोरो को दी पहरेदारी सब कागज की खातिर।  कलम बिक रही मंडी में कवि बन गए भांड कलम ने बेची जिम्मेदारी सब कागज की खातिर। 

दोहा

देहरी लांघी जाए न बंधे बंधे से पांव, स्वर्ग सा सुंदर लगे हमको अपना गांव।

दोस्ती

गुड्डे गुड़िया खिलौने चॉकलेट से दोस्ती गुल्ली डंडा पतंगों कंचो से दोस्ती साईकल सवारी क्रिकेट रफ्तार से दोस्ती कंधो पर हाथ बाते अपार गपशप से दोस्ती लाइब्रेरी की बेंच कॉलेज की सीढ़ियों केंटीन से दोस्ती जीजा साली देवर भाभी चुहलबाजी से दोस्ती सत्संग प्रवचन धर्म कर्म अध्यात्म से दोस्ती नाती नातिन पोते पोती बचपन से दोस्ती।