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लघुकथा

देहली की मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली स्वाति अपने चार मेल कलीग्स के साथ फील्ड वर्क निपटाकर हरियाणा के जलौला कस्बे के छोटे से बस स्टेण्ड की बेंच पर बैठी अपने कलीग्स के साथ बातो में मशगूल थी
एक तीस पैतीस साल का पतला सा ग्रामीण वहाँ आकर स्वाति से बोला
आंटी जी ये बैग जरा सरका लो तो हम भी बैठ जाये
स्वाति भड़क उठी यू सेन्सलेस फूल मैं क्या तुझे आंटी लगती हूँ
न जाने कैसे कैसे नमूने भरे पड़े है दुनिया मे
ओह ! गॉड ये बस कब आएगी
ग्रामीण सहम कर कोने में खड़ा हो गया
थोड़ी देर बाद ज्योही स्वाति की नजर मोबाइल से हटी
वो चीख पड़ी ओ माई गॉड
उसके पैरों के पास काला सॉप फन फैलाये बैठा चारो कलीग्स दूर भाग चुके थे
डर के मारे स्वाति का चेहरा पिला पड़ चुका था साँप कुछ करता उसके पहले ही बिजली की फुर्ती से ग्रामीण के हाथो में सांप की गर्दन थी और दूसरे ही पल वो उसे दूर नाले में फेंक चुका था
आप ठीक तो है न आँटी जी
स्वाति की नजरें झुकी हुई थी
                    
                     डॉ दिलीप बच्चानी
                     पाली मारवाड़ राजस्थान
                     9829187615

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युद्ध का बदलता स्वरूप।

लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकियों पर हुए पेजर अटैक ने मध्यपूर्व एशिया में चल रहे युद्ध का परिदृश्य ही बदल कर रख दिया है। हिजबुल्लाह के चीफ ने अपने आतंकियों को मोबाईल न उपयोग करने की सलाह दी थी, क्योकि उसे लगता था कि मोबाईल को ट्रेस किया जा सकता है।  इसलिए वो लोग पेज़र का इस्तेमाल करते थे, अब वो ही पेज़र बम की तरफ फट कर उनका ही विनाशक बन गया।  दुनिया मे जितने भी युद्ध हुए है पलड़ा उसी का भारी पड़ता है जो परंपरागत युद्ध शैली से हटकर युद्ध करता है।  उदाहरण के रूप में महाभारत के युद्ध को ही देख ले,महाभारत युद्ध में 14वे दिन कौरव घटोत्कच की युद्ध शैली देखकर हतप्रद रह गए। अपनी सेना के पैर उखड़ते देख दुर्योधन ने कर्ण से देवेंद्र द्वारा दी हुई अचूक शक्ति घटोत्कच पर चलवा दी और कुरुक्षेत्र का युद्ध अपने अंत की ओर बढ़ चला। इसी प्रकार लंबे अरसे तक चले द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमले ने दूसरे सभी देशों को घुटनों पर ला दिया और एक नई वैश्विक व्यवस्था का निर्माण हुआ।  अभी वर्तमान में चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध को ही देख लीजिए,रूस के शक्तिशाली टैंक ...

गजल

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दो शेर

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