आदित्य के बार बार मना करने पर भी साजिद आकर कमरे के कोने में बैठ जाता।
उसकी माँ बाहर बरामदे में पोछा लगा रही थी।
तभी फोन बजा।
क्या आदित्य कॉफ़ी डे आ रहा है क्या नेहा भी साथ है।
आदित्य कूलर पँखा बंद करके निकल गया।
साजिद बरामदे में बैठा कमीज के बाजू से पसीना पोछ रहा था।
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