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पानी (कविता)

सबसे सर्वश्रेष्ठ पानी वो है
जिसे छूने मात्र से समस्त
पापो का नाश हो जाता है,
जिसे हम गंगाजल कहते है। 

सबसे स्वच्छ पानी वो है
जो किसी पहाड़ी झरने से
कल कल करता हुआ बहता है
और हमारी प्यास बुझाता है। 

सबसे मीठा पानी वो है जो
जेठ वैशाख की गर्मी में
प्याऊ पर पथिको को पिला
उन्हें विश्राम प्रदान करता है। 

सबसे खारा पानी समुद्र का है
परंतु वो भी पावन जल है
क्योकि वो भी वाष्प बनकर
हमे वर्षा प्रदान करता है। 

सबसे महंगा पानी वो है जो
मरुस्थल में हमारी माताएं बहने
बड़ी दूर से अपने मटके मे भर
अपने घर पर लाती है। 

और सबसे अनमोल पानी वो है
जो भक्ति से ओतप्रोत हो
हरिचरणो में अश्रु के रूप में
आँखों से गिरता है। 

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