सोसायटी गॉर्डन में पर्यावरण दिवस मनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई थी। मजदूरों से गड्ढे खुदवा लिए थे,सरकारी नर्सर्री से पौधे भी आ गए थे। भरी गर्मी में अपनी एसी कार से उतरते हुए मिसेज तनेजा सभी महिलाओं की विश करती हल्लो हाय बोलती आगे बढ़ी। अरे! चंद्रिका जल्दी करवाओ अब किस बात की देरी है मुझे आज और भी कार्यक्रमो में जाना है। वो क्या है दीदी अभी तक वो अखबार का फोटोग्राफर नही आया और ना ही कोई पत्रकार। कुछ देर बाद मिसेज तनेजा अपने आगामी कार्यक्रमो के लिए निकल गई। आओ बहनों हम सब मिलकर पौधे लगाते है और शपथ भी लेंगे इनकी देखभाल और सुरक्षा की। तभी कोई महिला सदस्य बोली लगता है आज फोटोग्राफर और पत्रकार ज्यादा ही बिजी है अभी तक नही आये। आते तो तब जब मैने उन्हें बुलाया होता,कहकर चंद्रिका मुस्करा उठी।