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Showing posts from December, 2023
छोड़ो गमो का भार यहाँ, खुशी जीवन आधार यहाँ एक सफर ही तो खत्म हुआ है,चलना बहुत है यार यहाँ। 

जंजीरे

जंजीरे वो नही है जो बंधती है आपके हाथ पांव और सीमित कर देती है आपको एक कोने में।  कुछ अदृश्य जंजीरे हम सभी को बांधे हुए है जो दिखती नही है, पर उनकी पकड़  बहुत मजबूत है।  वे जंजीरे है विचारों की जंजीरे।  जो रोकती है आपको किसी दूसरे विचार को सुनने,सोचने और समझने से।  धर्म की जंजीरे जात पात की जंजीरे समाज की जंजीरे परिवेश की जंजीरे प्रांत की जंजीरे भाषा की जंजीरे शिक्षा की जंजीरे।  और सबसे बड़ी जंजीर है इन सांसो की जंजीर जिसने हमे बांध रखा है इस नश्वर शरीर से।  जिस दिन टूट जाएगी ये जंजीर हम आजाद होंगे अंनत व्योम की यात्रा के लिए। 

कविता

कुछ पन्ने जिंदगी के फाड़ दिए जाएं तो बेहतर है।  हर पन्ने से गुलाब की खुशबू नही आती।  नजर बार बार उधर ही जाती है लिखी है जिन पन्नो में अठखेलियाँ तेरी।  जिन्हें पढ़कर हरबार आँखे नम हो हो जाती है न चाहते हुए भी, पढ़ता हूँ बार बार।  कामयाबियां,नाकामियां शिकायतें,शरारते जाने क्या क्या है छुपा इन पन्नो में।  इन पुराने पन्नो को छूना डायरी को सीने पर रख सो जाना, भुला देता है सब तकलीफों को।