हिंदी कविता September 13, 2018 वार्तालाप का माध्यम नही है हिंदुस्तान की जान है हिंदी। चहुँओर फैली सुगंध इसकी माँ भारती का मान है हिंदी। परदेस में भी पांव पसार रही मेरा तो अभिमान है हिंदी। देश को एक सूत्... Read more
गजल September 06, 2018 कंटीले पौधे खारा पानी बेस्वाद जिंदगी बेकार जवानी चलती साँसे घड़ी की सुइयां रुकता दरिया गंदला पानी उनकी यादे झूठे सपने उनिंदि आँखे सिर्फ पशेमानी उखड़ी साँसे झुकते कंधे ... Read more