Skip to main content

Posts

Showing posts from November, 2022

शेर

आज के दौर में ये आम चलन है गैरो से ज्यादा अपनो में जलन है।  डॉ दिलीप बच्चानी। 

महादेव(कविता)

विषव्याप्त जगत में विषपान करो।  हे!शंभू भयहीन हुए आततायी त्रिशूल का संधान करो।  हे!शंभू समाधि का सयंम त्यागो समर में संग्राम करो।  हे!शंभू हे!त्रिपुरारी, गंगाधारी कल्याण करो।  हे!शंभू।  हर हर महादेव।