राम नाम मय हुआ आज सकल संसार भीगी भीगी पलके,हर्षित ह्रदय आपार। दीपोत्सव है तैयारी सजे घर और द्वार दुख हरने को आ रहे सबके तारणहार। मन की वीणा के सभी झनक रहे है तार भारतवर्ष में ले रहा रामराज्य आकार। राम संदेशा दे रही यह सरयू की धार आज अवध में मगन है सारे नर औ नार।