मत खोदो ये गहरा है
अहसासों का दरिया है
छुपे हुए हर सीप में देखो
छुपा हुआ एक सपना है|
आने वाला वक्त है जो
वो ख्वाबो में पलता है
मेरा गुजरा बचपन देखो
अब नींदों में चलता है |
अश्को वाली बोली जो है
दिलवाला ही समझे है
तेरी आँख से गिरता पानी
मेरे दिल में छाला है |
याद करेगी दुनिया मुझको
जिस दिन भी मैं जाऊंगा
बहुत जतन से मैंने अपना
इक किरदार बनाया है |
दिलीप बच्चानी
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