सौरभ बैंक की स्लिप भर ही रहा था की पीछे से किसी ने कहा बाबूजी एक पर्ची हमारी भी भर दो
बिना पीछे मुड़े सौरभ ने कह दिया वहा टेबल पर जाकर बाबूजी से भरवा लो
तभी पास में खड़े एक बुजुर्ग ने उस ग्रामीण से कहा लाओ भाई मैं भर देता हूँ
सौरभ ने तुरंत पहचान लिया ये तो आंनद के पिताजी शर्मा अंकल थे
कुछ दिन बाद फिर बैंक जाना हुआ तो शर्मा अंकल फिर मिले प्रणाम करके हालचाल पूछा बैंक का काम करके निकल गया
आज फिर सेलेरी निकालने बैंक में फिर शर्मा अंकल को देखकर सौरभ से रहा नही गया
क्या बात है अंकल आप लगभग रोज ही बैंक आते है क्या ?
हा बेटा रोज ही आ जाता हूँ यहाँ जो गांव के कम पढ़े लिखे आदिवासी लोग आते है उनकी रसीद भर देता हूँ
घर मे बैठे बैठे टीवी पर सत्संग देखने से तो ये ज्यादा अच्छा लगता है मुझे
लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकियों पर हुए पेजर अटैक ने मध्यपूर्व एशिया में चल रहे युद्ध का परिदृश्य ही बदल कर रख दिया है। हिजबुल्लाह के चीफ ने अपने आतंकियों को मोबाईल न उपयोग करने की सलाह दी थी, क्योकि उसे लगता था कि मोबाईल को ट्रेस किया जा सकता है। इसलिए वो लोग पेज़र का इस्तेमाल करते थे, अब वो ही पेज़र बम की तरफ फट कर उनका ही विनाशक बन गया। दुनिया मे जितने भी युद्ध हुए है पलड़ा उसी का भारी पड़ता है जो परंपरागत युद्ध शैली से हटकर युद्ध करता है। उदाहरण के रूप में महाभारत के युद्ध को ही देख ले,महाभारत युद्ध में 14वे दिन कौरव घटोत्कच की युद्ध शैली देखकर हतप्रद रह गए। अपनी सेना के पैर उखड़ते देख दुर्योधन ने कर्ण से देवेंद्र द्वारा दी हुई अचूक शक्ति घटोत्कच पर चलवा दी और कुरुक्षेत्र का युद्ध अपने अंत की ओर बढ़ चला। इसी प्रकार लंबे अरसे तक चले द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमले ने दूसरे सभी देशों को घुटनों पर ला दिया और एक नई वैश्विक व्यवस्था का निर्माण हुआ। अभी वर्तमान में चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध को ही देख लीजिए,रूस के शक्तिशाली टैंक ...
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